एक बार और उलझना है तुमसे एक बार और उलझना है तुमसे
अपने सभी प्रश्नों का जवाब लेना है तुमसे
बहुत सी बातों को समझना है तुमसे
रिश्ता क्यों टूटा अपना ये जानना है तुमसे
क्यों मुंह फेर बैठे हो मुझसे ये जानना है तुमसे
बात क्यो नही करनी ये भी जानना है तुमसे
मेरे अंदर क्या चल रह है ये बताना है तुमसे
एक बार सारे मसलें हल करने है तुमसे
वही महोब्बत का रिश्ता कायम हो फिर से
यही सब बैठ के कहना है तुमसे
©ALOK SONI
#uljhAn