हाँ मै लिखता हूं क्योंकी में खुद में अकेला हूं
ये अकेला पन ही तो है,जो किसी को भी, अपने जज्बातों को लिखना सीखा देता है
हाँ मैं अपने जज्बातों को शब्दों में बयां करता हूं,
ये जज़्बात ही तो हैं जो मुझे बेहतर बनाते है
बेशक में लिखता हूं किसी के बारे में,
कोई तो हो,
जो जाने मेरे जज़्बात क्या है उसके बारे में..
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©Ajeet Singh
#AloneInCity