हर कहानी के आखिर में, यही नाम लिखा है,
उसकी मेरी मोहब्बत पर कलाम लिखा है।
इबादत में मांगा हर बार, खुदा से इक चेहरा,
उन आंखों के भरोसे ही मैने शाम लिखा है।
रूहानी इश्क की बात करता रहा महबूब से,
अपनी गलती होकर भी उसे बदनाम लिखा है।
©Deepak Mishra 'Kitab Wala'
#TiTLi