मेरी सारी नाराजगी इक पल मे मिटा देती थी| मुझको मनाने के लिए वो छत पर आ ,कान पकड़ उठक बैठक लगा देती थी|| #पागल सुमित कोरी ©Pagal Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto