विश्वगुरु की पहचान"" भारत भरत की जन्म भूमि यह | मराठी कविता

"""विश्वगुरु की पहचान"" भारत भरत की जन्म भूमि यह आर्यों की कर्म भूमि हैं. यहाँ पृथ्वी का है स्वर्ग बसा यहाँ लोगों में हैं प्रेम भरा. यहाँ संसार ने सच्चा प्रेम चखा यहाँ अच्छे अच्छों को नाम मिला. यहाँ विवेकानंद जैसे ज्ञानी हैं वाणी में अमृत की कहानी हैं. भारत में है शांति का संदेश सदा यहाँ से भेदभाव का नाम मिटा. यहाँ मिलता डुबते को सहारा हैं विश्व गुरु का यही गुण संसार से निराला हैं।। ©Nitesh Parashar"

 ""विश्वगुरु की पहचान""


भारत भरत की जन्म भूमि यह आर्यों की कर्म भूमि हैं.
यहाँ पृथ्वी का है स्वर्ग बसा यहाँ लोगों में हैं प्रेम भरा.

यहाँ संसार ने सच्चा प्रेम चखा यहाँ अच्छे अच्छों को नाम मिला.
यहाँ विवेकानंद जैसे ज्ञानी हैं वाणी में अमृत की कहानी हैं.

भारत में है शांति का संदेश सदा यहाँ से भेदभाव का नाम मिटा.
यहाँ मिलता डुबते को सहारा हैं विश्व गुरु का यही गुण संसार से निराला हैं।।

©Nitesh Parashar

""विश्वगुरु की पहचान"" भारत भरत की जन्म भूमि यह आर्यों की कर्म भूमि हैं. यहाँ पृथ्वी का है स्वर्ग बसा यहाँ लोगों में हैं प्रेम भरा. यहाँ संसार ने सच्चा प्रेम चखा यहाँ अच्छे अच्छों को नाम मिला. यहाँ विवेकानंद जैसे ज्ञानी हैं वाणी में अमृत की कहानी हैं. भारत में है शांति का संदेश सदा यहाँ से भेदभाव का नाम मिटा. यहाँ मिलता डुबते को सहारा हैं विश्व गुरु का यही गुण संसार से निराला हैं।। ©Nitesh Parashar

#India #Indian_kavi #देश #deshprem #impression #motivate #Love

#Travelstories

People who shared love close

More like this

Trending Topic