एक आखरी शाम...
सिर्फ तुम्हारे नाम...— % &
प्रेम रचनावों को भी एक खास बात है
इस प्रेम को बस अपने अंदर बसालो ...
आज की एक प्रेम कथा...
इसको कथा मानलो या कोई चित्र के चित्रकार
या उस कुदरत ने मुझको दिया वरदान..
चलो आज के कथा का आरम्भ और यही इस कथा का
नए शुरुआत है शायद.. पता नहीं..
मगर मुझे ऐसा क्योँ लग रहा है