सब कुछ बताया जाए तो अच्छा रहेगा...
अब कुछ ना छुपाया जाए तो अच्छा रहेगा...
अदालत सजी है तेरे मोहल्ले में तो कोई गिला नहीं...
गवाह मेरे मोहल्ले से भी बुलाऐ जाए तो अच्छा रहेगा...
और मुझ पर तोहमतें लगीं है तेरी गली से गुजरने की...
रास्ता बाजार जाने का तेरा भी बताया जाए तो अच्छा रहेगा...
©Brajesh Wadhwani
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