यह शोर,यह कोलाहल कैसा? सर्द रातों में तपती लू जैसा| इस महासागर में पतवार थामे लहरों के थपेड़े खाते थक चुकी हूँ| थोड़ा सा आराम चाहिए मन को विश्राम चाहिए| बरगद की छांव में सुकून की मुस्कान चाहिए| अलका दूबे*✍🏻 ©Alka Dubey #जिंदगी Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto