अजीब होते हैं जनाब वो लोग भी
जो कपडे तो लाखों के पहनकर अमीर बनते है
मगर जब आता है कोइ बच्चा भीख में चंद रुपये खाने के लिए मागने
ओर वो जनाब मुह फेर कर देते हैं नही है
उस द्रश्य को देखकर मेरे आखो मे आसू आ गये
क्योकि यही इन्शान जनाब जो पत्थरो के लिए तो मंदिर बनवा देता है
मगर उसमे इन्शानियत को जगह ही कहा देता है...!!
#अलविदा_दिसंबर