वो चाहती थी शैलाब आये मोहब्बत का पल भर के लिए, मै | हिंदी शायरी

"वो चाहती थी शैलाब आये मोहब्बत का पल भर के लिए, मैं चाहता था रिमझिम बरसात हो मगर उम्र भर के लिए। @Kalam_keshari"

 वो चाहती थी शैलाब आये 
मोहब्बत का पल भर के लिए,
मैं चाहता था 
रिमझिम बरसात हो 
मगर उम्र भर के लिए।
@Kalam_keshari

वो चाहती थी शैलाब आये मोहब्बत का पल भर के लिए, मैं चाहता था रिमझिम बरसात हो मगर उम्र भर के लिए। @Kalam_keshari

#alone

People who shared love close

More like this

Trending Topic