White Ghazal
क्यों ना जज़्बात पे हंसी आये
एहले बद ज़ात पे हंसी आये
सारे क़िस्से ही अपने झूठे थे
सच में इस बात पे हंसी आये
चंद लम्हों में इश्क़ कैसा हुआ
इस मुलाक़ात पे हंसी आये
उनकी एक रात कामयाब हुई
अपनी 100 रात पे हंसी आये
हमने सोचा के वो हमारे हैं
बस ख़यालत पे हंसी आये
©Qaseem Haider Qaseem
#GoodMorning
क्यों ना जज़्बात पे हंसी आये
एहले बद ज़ात पे हंसी आये
सारे क़िस्से ही अपने झूठे थे
सच में इस बात पे हंसी आये