White रात की खामोशी में चमकता है,
चांदी का गोला, चाँद सजाता है,
नरम रोशनी, एक शांत किरण,
सपनों को मार्गदर्शित करती,
धीमी लहर।
पुरानी कहानियों में बुनते साए,
एक समय की फुसफुसाहट, जो हो गए पराए,
सितारों के समुद्र में एक मशाल,
अनंत का प्रतीक, ऐसा सवाल।
चमक और अंधकार के दौर से गुजरता,
एक सच्चा दोस्त जो कभी न मुड़ता,
आकाश में अनंत प्रेरणा,
चांद दिवस पर, हम उठाते अपनी नज़रें ऊँचा।
©Nirankar Trivedi
रात की खामोशी में चमकता है,
चांदी का गोला, चाँद सजाता है,
नरम रोशनी, एक शांत किरण,
सपनों को मार्गदर्शित करती, धीमी लहर।पुरानी कहानियों में बुनते साए,
एक समय की फुसफुसाहट, जो हो गए पराए,
सितारों के समुद्र में एक मशाल,
अनंत का प्रतीक, ऐसा सवाल।चमक और अंधकार के दौर से गुजरता,
एक सच्चा दोस्त जो कभी न मुड़ता,