आज हवाओ में अशुद्धि है अफसोस सुद्घ करने वाले भी सह
"आज हवाओ में अशुद्धि है
अफसोस सुद्घ करने वाले भी सहमे बैठे हैं।।
ये इसारा है समय का की वक्त बदलता है
जिन हवाओं में फिज्जा दिखती थी आज जहर हैं हवाओं में इसे ही तो वक्त कहते हैं"
आज हवाओ में अशुद्धि है
अफसोस सुद्घ करने वाले भी सहमे बैठे हैं।।
ये इसारा है समय का की वक्त बदलता है
जिन हवाओं में फिज्जा दिखती थी आज जहर हैं हवाओं में इसे ही तो वक्त कहते हैं