ए मेरे देश के नौजवानों
तुम मेरी एक बात मानो
वक्त रहते अपनी शक्तियों
और कमजोरियों को जानों
हर चीज की एक कीमत होती है मुकम्मल
तुम भी अपनी अपनी कीमत पहचानो
आखिर तुम तकदीर हो बनते भारत की
अपने कंधों को इतना मजबूत बना लो
धर्म मजहब की दीवारों को तोड़ दो
हम सब भारतवासी है ये दिल में ठानों
घर में ही छुपकर है बैठे देश के दुश्मन
तुमको चित्त करना है उन्हें अब चारों खानों
वो तुमको बाटेंगे संप्रदाय में
संविधान की कलम उनके सीने पर तानो
©Vijay Vidrohi
#जज्बा Shristi Yadav @zoya bhopal mp626284174 Sonika Pal Rupinder kaur Gill @Madhiya Mir