Part2 का लिंक नीचे दिया गया है https://nojoto.com/post/247b0d7585fedbfa651f15def74b7bbe/
💐💐
मेरी जिंदगी पर कई महिलाओं ने अपने अमिट निशा छोड़े। उनसब ने मिलकर मुझे मेरे व्यक्तित्व को गढ़ा है, जहाँ माँ ने मुझे जन्म दिया, तो वहीं दादी ने पाल पोसकर बड़ा किया। 4 बहनों के बीच मैं अकेला भाई उन सभी का प्यारा था, अभी ऐसा कहते वक़्त पर्दे के पीछे से एक जोड़ी गजाला आँखे मुझे घूर रही है, मानो सवाल कर रही हों "क्या तुम्हारे जीवन मे अब भी मेरा वजूद मौजूद है?" मैं उन आँखों से, जो इतने बरस बाद अब भी हर वक़्त मुझे