मैं अनल भू धरा पर विधाता का लिए आशीर्वाद जल रहा हू | हिंदी Poetry Vide

"मैं अनल भू धरा पर विधाता का लिए आशीर्वाद जल रहा हूँ मैं!! अनंत आदिकाल से इस अग्निकुण्ड में कूद लौ को जलाए रखा है जिसने, मेरा भी बस यही लक्ष्य है लौ के भांति खुद को जलाए रखना है!! उसूलों के ताव पर जहाँ में सभ्यता को प्रकाशित करना है!! मनुष्य, शरीर जाने शरीर को मुझे तो स्वयं को जानना है मुझे तो स्वयं को जानना है!! 🤍😌 ©Sima "

मैं अनल भू धरा पर विधाता का लिए आशीर्वाद जल रहा हूँ मैं!! अनंत आदिकाल से इस अग्निकुण्ड में कूद लौ को जलाए रखा है जिसने, मेरा भी बस यही लक्ष्य है लौ के भांति खुद को जलाए रखना है!! उसूलों के ताव पर जहाँ में सभ्यता को प्रकाशित करना है!! मनुष्य, शरीर जाने शरीर को मुझे तो स्वयं को जानना है मुझे तो स्वयं को जानना है!! 🤍😌 ©Sima

#KhoyaMan मैं अनल भू धरा पर
विधाता का लिए आशीर्वाद जल रहा हूँ मैं!!

अनंत आदिकाल से इस अग्निकुण्ड में कूद
लौ को जलाए रखा है जिसने,

मेरा भी बस यही लक्ष्य है
लौ के भांति खुद को जलाए रखना है!!

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