"White किस सच को ढूंढता रहता हूं मैं,
किस सच को मेरी तलाश है।
झूठी इस दुनिया में अब,
झूठ ही सबका लिबास है।
रू - ब - रू सब सबके
सच से होना चाहते हैं लेकिन
हर कोई यहां खुद ही के
सच के खिलाफ़ है।
किस सच को ढूंढता रहता हूं मैं
जाने किस सच को मेरी तलाश है।
©Prashant Shakun "कातिब"
"