White खोया खोया रहता हूँ मैं
ना जानूँ क्यूँ पागल सा फिरता हूँ मैं
दिन में हँसते देखा है सबने मुझे
मगर रातों में अकेला रोता हूँ मैं
बैचेन है रूह मेरी
सुकून के लिए पल पल मरता हूँ मैं
दरबदर ठोकर खा खा कर
बड़े दर्द से गुजरा हूँ मैं
पहचान ही नहीं मेरे दिल की मुझे
ना जाने कहाँ
खोया खोया रहता हूँ मैं
©writer....Nishu...
#खोया खोया रहता हूँ मैं