किसी शख्स से जुड़ा बेहद भरोसे का आईना जब टूटता है, तो आईने के साथ साथ बिखर जातीं हैं उस शख्स से जुड़ी तमाम उम्मीदें,शिकवे गिलों के साथ साथ दफ़न हो जाती है मोहब्बत भी, पैदा होती है फिर बेहद नफ़रत, नफ़रत जो इंतकाम का रूप लेती है, इंतकाम जिसमे आग है,
आग ऐसी जो सब कुछ जला कर राख कर दे,
सब कुछ..।
©words.of_my.heart
behad nafrat