White खुद की खोज में निकला हूँ,
सपनों की राह पर चला हूँ।
हर मोड़ पर मिले कई चेहरे,
पर अपने से दूर, यह कैसा खेल है।
आसमान की ऊँचाइयों को छूना,
दिल के गहरे राज़ों को सुनना।
खुद से मिलना, खुद को पहचानना,
इसी सफर में सच्चा जीवन पाना।
कुछ छुपे खजाने हैं अंदर मेरे,
जो खोले बिना, नहीं होगे सफर पूरे।
खुद से जो किया मैंने सच्चा सामना,
हर दर्द में मिली एक नई ज़िंदगी का तराना
©Ajita Bansal
#love_shayari khud ki khoj mai