White खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं,
के*जुल्मते_गिरफ्त से घबरा गई है//१
क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बिन बोले
मेरी ये*लब_कुशाई भी अब शरमा गई है//२
सावन के चरे को हरा ही हरा दिखा,इन
किफायती चश्म से अबतक ना हाय तौबा गई है//३
अपनी सादादिली की सजा ये भुगती,
के बाइसे सादगी ही हमे ठुकरा गई है//४
एक बशर जो लगता था बेहद अज़ीज़,
उसी अज़ीज़ की अब बेवफाई रुला गई है//५
*वालिद की*फौतगी ने वो_वो मंज़र दिखाए,के
अपनों की बद_सलुकी भी बेहिसाब सता गई है//६
खुदाया आस पास से होकर मायूस,
"शमा"की*आहफुगा भी अब थर्रा गई है//७
#shamawritesbebaak
#poetry #shayri
©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#Sad_shayri खुदाया तेरी ये दुनियां भी उकता गई हैं,के*जुल्मते
_गिरफ्त से घबरा गई है//१
*घोर अन्धकार की पकड़
क्या उफ्फ करूँ,और क्या आह भरूं,बिन बोले मेरी ये
*लब_कुशाई भी शरमा गई है//२
*बातचीत