White सोच प्यार की बातें
अक्सर खो जाता हूँ।
अलसी सी गात
उलझी जुल्फें
झुकी पलकें
देख ओंठ की मधुशाला
मैं नित मदहोश हो जाता हूँ।
सोच प्यार......
कोयल सी मीठी बोली
हिरणी जैसी चाल
सुन रुनझुन
पैजनियां की धुन
मैं बाग बाग हो जाता हुँ।
सोच प्यार......
शर्माती - मुस्काती वो
जब जब सामने आती है
कह प्रीत की बोली,
हँसी और ठिठोली
भाव विभोर हो जाता हुँ।
सोच प्यार.........
सपनें में आगोश में पा
करता रहता आलिंगन
छुई-मुई सी सिमटी
देख उसकी कंचन काया -
मस्तानी अदा
न जाने कब खो जाता हुँ।
सोच प्यार........
©pawan kumar suman
#sad_shayari सोच प्यार की बातें