"जिनके चरणों में ज्ञान का सागर है
जिनके आशीष से कमियाब हर इंसान है
वो मूरत मेरे गुरु की है
जो धरती पर ईश्वर का अवतार है।।
गुरु पूर्णिमा पर मेरे प्रणाम।।"
जिनके चरणों में ज्ञान का सागर है
जिनके आशीष से कमियाब हर इंसान है
वो मूरत मेरे गुरु की है
जो धरती पर ईश्वर का अवतार है।।
गुरु पूर्णिमा पर मेरे प्रणाम।।