जीवन बस चलते जाना है
रुकना यानी मर जाना है,
भटके राही की है ख्वाहिश,
उसको केवल घर जाना है,
कायरता से जीवन जीने से,
अच्छा तो मर जाना है,
नीचे जिसको गिरा रहे तुम,
उसको बस ऊपर जाना है,
निकले गर मोती से आंसू
तो इक सागर भर जाना है,
राम नाम केवल जीवन धन,
भज ले इससे तर जाना है,
©Shivankit Tiwari
जीवन ❤️
#zindagikerang