कई बार गुस्से में हम कुछ ऐसा बोल जाते हैं। जिसके ल
"कई बार गुस्से में हम कुछ ऐसा बोल जाते हैं।
जिसके लिए बाद में खुद ही पछताते और आंसू बहाते हैं।
सामने वाले में धैर्य होगा तो उसके बाद भी सुन लेगा आपकी बातें ,लेकिन आजकल सब ऐसा धैर्य कहां ला पाते हैं।।
✍️सयाली गुप्ता"
कई बार गुस्से में हम कुछ ऐसा बोल जाते हैं।
जिसके लिए बाद में खुद ही पछताते और आंसू बहाते हैं।
सामने वाले में धैर्य होगा तो उसके बाद भी सुन लेगा आपकी बातें ,लेकिन आजकल सब ऐसा धैर्य कहां ला पाते हैं।।
✍️सयाली गुप्ता