तेरी खुशबू से ही मैं हर बार महक जाती हूं, तेरी आहट
"तेरी खुशबू से ही मैं हर बार महक जाती हूं,
तेरी आहट से ही मैं हर बार चहक जाती हूं,
तेरी नज़रों के नजाकत की तारीफ़ क्या करूं
तेरी मुस्कान पर मैं अपनी जान वार जाती हूं!!"
तेरी खुशबू से ही मैं हर बार महक जाती हूं,
तेरी आहट से ही मैं हर बार चहक जाती हूं,
तेरी नज़रों के नजाकत की तारीफ़ क्या करूं
तेरी मुस्कान पर मैं अपनी जान वार जाती हूं!!