अकेलेपन का सबब कुछ किस्मत रही
कुछ हम रहे ,
लाख जलाए दीपक हमने ,
मगर दिल में फकत ग़म रहे !
महीने गुजरे , साल बीते , पहले से ;
ना तुम रहे ना हम रहे !
यकीं था सब कुछ बदल जाएगा
पर मोहब्बत जवां रहेगी ,
ये प्रेम कहानी सदियों तक चलती रहेगी ,
समय बदला , सब बदला ;
ना मुहब्बत जवां रही , ना हम वफादार रहे !
©PuNeet RaAj
#SuperBloodMoon