White ••क्या हो गया है मुझे••
क्या हो गया है मुझे
कहा खो गया हुँ।, मैं
ये जान नहीं पा रहा हूँ।
दिल को तूने इतना क्यो हैं छुआ
मैं ये पहचान नहीं पा रहा हूँ!
मैं क्या था और अब क्या हों गया हूँ।
मोहब्बत करके तन्हा हो गया हूँ।
मुझे तो सुने दे झूठी तसलि,
बहा के आँसू दरिया हों गया हूँ,
ये दरिया मीठे पानी का नहीं हैं।
मैं दर्द-ऐ-गम से खारा हो गया हूँ।
मुझे क्या हो गया है।
खुली आँखों में सपना झलकता है,
मेरी नींदों में कोई जागता है।
क्या हो गया है, मुझे।
कहा खो गया हूँ। मैं!
©PrakashChandraKumar
#good_night lost in way poetry