तुम खुद हो,खुद के साथ सदा
तुमे,ओरो की जरूरत क्या है ?
रो रो कर जब जी भर जाऐ,तब खुद को गले लगा लेना हाथो को हथीयार बनाना,तुमे कंधो की जरूरत क्या है
चल दिल तुजको,चांद दिखाऊ
ईन,तारो की जरूरत क्या है ?
आऐंगे जाऐंगे अजनबी,तुम दिलना किसी लगा लेना
तेरे भी तेरे नही जहाँ,वहाँ तुमे गैरो की जरूरत क्या है?
तु ही जाने है,तेरी ताकत
तुजे मेरी,जरूरत क्या है ?
"रवि" रोसनी छुपी है तेरे भितर,तु बहार खामखा भटक रहा
छोड मोह तु,छोड दे माया,तुजे ईन लोगो की जरूरत क्या है !
©RAVIDAN GADHVI
तु ही तेरा भाग्यविधाता,
तुजे रब कि जरूरत क्या है !
#peace