" बदला नही हूँ बस अब अकेला रहना सिख लिया है,
किरदार वही है बस थोडा सा लिखना सिख लिया है,
वजह तो बहुत है बस इतना जान लो जनाब,
कि लोगो से झूठी उम्मीद रखना छोड दिया है ||
Vishal Shamaspur"
बदला नही हूँ बस अब अकेला रहना सिख लिया है,
किरदार वही है बस थोडा सा लिखना सिख लिया है,
वजह तो बहुत है बस इतना जान लो जनाब,
कि लोगो से झूठी उम्मीद रखना छोड दिया है ||
Vishal Shamaspur