सुख-दु:ख की साथी, मेरे मन की वो गायिका है,,
कहानी मेरी अधुरी उसके बिन,वो मेरी कहानी की नायिका है,,
जज्बातों को पिरोने में शब्द मेरे सहायक है , ये कोरे पन्ने ही मेरी कहानी के नायक है,,
नायक -नायिका ही मेरे जज्बातों के परिचायक हैं,
मेरी कहानी के मुख्य किरदार ये दो हैं,,
मैं नाविक हूँ मेरे पतवार ये दो हैं।।
©sakshi jaiswal
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