Anger किस को मेहरबाँ कहिए कौन मेहरबाँ अपना
वक़्त की ये बातें हैं वक़्त अब कहाँ अपना
अब और #सहन नही होता
किसी पर ऐतबार नही होता।
सबकुछ #बिखर सा गया है
जिंदगी तुमसे #प्यार नही होता।
खतम करते है अब ये #किस्सा
दे दिया सबको अपना हिस्सा।
हर दर्द को अब #दफनायेंगे हम