कार्बन सा नेचर लिए इधर– उधर फिरता हूं
हमे पता होती है नियत सबकी.....
पर भेद भाव कहा करता हूं.......
हाइड्रोज जैसे सीधा हो या फ्लोरीन जैसे चोर
हर एक से गले मिलता हूं
कभी एक्सोथर्मिक था गुस्सा बाहर निकलता
तो कभी एंडोथर्मिक सा गुस्सा रखता भीतर हूं
सही सोच रहे हो जनाब, मैं केमेस्ट्री का टीचर हूं
©Aryan Shivam Mishra
#Love #लव #Nojoto #Hindi #aryanshivammishra मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर सक्सेस मोटिवेशनल कोट्स इन इंग्लिश मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स फॉर वर्क 'हिंदी मोटिवेशनल कोट्स'