लहज़े बता देते हैं लोगों के, परवरिश हुई है या पाले गए हैं।
झूठा अभिमान बता देता है, क्या ये संवारे गए हैं।
झूठे दिखावे बता देते हैं लोगों के, कैसे ये निखारे गए हैं।
बोली बोल कर बतातें हैं लोग, किस समाज में पिरोए गए है।
चरित्र की प्रशस्ति बताती है, लोग, कैसे परिवार में पोषित किए गए हैं।
मन के विचार दर्शातें हैं, लोग, किस संगति में संग हुए हैं।
अपने विकास से दिखाते हैं, लोग, किस जड़ से उत्पन्न हुए हैं।
©Ajay Shrivastava
#झलक