दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे अपनी हंसी बिखेर कर
"दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे अपनी हंसी बिखेर कर,
कब मुझको गले लगाओगे,
तनहा हूं मैं यहां अकेला,
कब अपने साथ ले जाओगे,
दिसंबर तो आ गया बोलो तुम कब आओगे.."
दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे अपनी हंसी बिखेर कर,
कब मुझको गले लगाओगे,
तनहा हूं मैं यहां अकेला,
कब अपने साथ ले जाओगे,
दिसंबर तो आ गया बोलो तुम कब आओगे..