वो मिला भी मुझे उस मोड़ पर
जो मेरी जिंदगी का आख़िरी मुकाम था
जिससे आगे मैं जाना ही नही चाहती थी
ऐसा नहीं था उसने कोशिश नहीं की
उसने मेरा हाथ थामा और आगे खींचने की कोशिश की
लेकिन मेरी यादों ने कुछ युंह जकड़ा था मुझे
न मैं आगे बढ़ पाई न मेरे दिल ने इजाज़त दी ।।
©Kavya
#sparsh