"तेरा हाथ थामकर , तेरे मुझको दिखाएं हुए
वो सपने , वो दिन , वो लोग
सब झुठे थे या आज भी अधुरे हैं
मेरे बिना
मै तो जीना चाहती थी तेरे शाये मे रहकर
कितनी आसानी से कह दिया तुमने
मर तो नही जाओगी
मेरे बिना ।।।
-@pyari_priya_singh"
तेरा हाथ थामकर , तेरे मुझको दिखाएं हुए
वो सपने , वो दिन , वो लोग
सब झुठे थे या आज भी अधुरे हैं
मेरे बिना
मै तो जीना चाहती थी तेरे शाये मे रहकर
कितनी आसानी से कह दिया तुमने
मर तो नही जाओगी
मेरे बिना ।।।
-@pyari_priya_singh