ये किस्से हैं कहानी है मोहब्बत प्यार की बातें
सभी बातें पुरानी हैं मोहब्बत प्यार की बातें
मुझे मसरूफ रहने दो मेरी तन्हाई बेहतर है
फकत झूठी बयानी है मोहब्बत प्यार की बातें
कोई चौखट पे आकर के मुझे आवाज़ देता है
उसी की ही जुबानी है मोहब्बत प्यार की बातें
मैं रंजो गम से घायल हूँ, है छलनी दिल मेरा देखो
तुम्हें तो बस सिखानी है मोहब्बत प्यार की बातें
मेरे लब अब तलक घायल किसी के नाम से देखो
हँसी में ही छुपानी है मोहब्बत प्यार की बातें।
प्रीती एच प्रसाद
©काव्यामृत कोष
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