ज़माने से कभी डरने नहीं देती कसम तेरी, गुनाहों को | हिंदी शायरी
"ज़माने से कभी डरने नहीं देती कसम तेरी,
गुनाहों को कभी करने नहीं देती कसम तेरी ।
लगा सीने कहा उसने निभाना साथ मेरा तुम,
कहां जाऊं मुझे मरने नहीं देती कसम तेरी ।।
-बी एल पारस"
ज़माने से कभी डरने नहीं देती कसम तेरी,
गुनाहों को कभी करने नहीं देती कसम तेरी ।
लगा सीने कहा उसने निभाना साथ मेरा तुम,
कहां जाऊं मुझे मरने नहीं देती कसम तेरी ।।
-बी एल पारस