कदम तो तन्हा है
मगर हम कहाँ
जहाँ भी जाते है,
तेरी यादें साथ चल पड़ती है।
कभी ख़ामोशी से
थाम लेती है हाथ मेरा,तो
कभी,मेरे करीब रहने को
आपस मे ही झगड़ती है ।
ज़िन्दगी तन्हा है मगर हम कहाँ
तुम्हारे ख्यालों से ये राहें
अब भी महकती है।। -Rooh
कदम तो तन्हा है
मगर हम कहाँ
जहाँ भी जाते है,
तेरी यादें साथ चल पड़ती है।
कभी ख़ामोशी से
थाम लेती है हाथ मेरा,तो
कभी,मेरे करीब रहने को
आपस मे ही झगड़ती है ।