गिर गिरकर उठने की कोशिश हर बार मैं करता हूं। कहीं | हिंदी Poetry Vide

" गिर गिरकर उठने की कोशिश हर बार मैं करता हूं। कहीं टूट के बिखर न जाऊं, इसीलिया खुद को संभाल कर चलता हूं मेरी जिंदगी किसी के मोहताज ना हो जाए इसलिए किसी से भी उम्मीद नहीं करता हूं। मुझसे किसी का दिल ना टूट जाए इस बात का ख्याल मैं हमेशा रखता हूं। गिर गिरकर उठने की कोशिश हर बार मैं करता हूं। ©Gulshan Kumar "

गिर गिरकर उठने की कोशिश हर बार मैं करता हूं। कहीं टूट के बिखर न जाऊं, इसीलिया खुद को संभाल कर चलता हूं मेरी जिंदगी किसी के मोहताज ना हो जाए इसलिए किसी से भी उम्मीद नहीं करता हूं। मुझसे किसी का दिल ना टूट जाए इस बात का ख्याल मैं हमेशा रखता हूं। गिर गिरकर उठने की कोशिश हर बार मैं करता हूं। ©Gulshan Kumar

#fall

People who shared love close

More like this

Trending Topic