हुस्न का चादर उठाना मुझमें पर तेरी हुस्न का करिश्मा देख कर कहीं पिगल ना जाऊं मै धीरे-धीरे बढ़ता रहा औकात का अंदाज मेरा एक दिन ऐसा न है कि तेरी औकात से निकल जाऊं मैं ©Vikas Ray sad mood Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto