भेद प्रभेद
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कुछ पन्नो पे लगे थे सुखी श्याही
लगता सबको बेमतलब का है
जब खुला पन्ना "भेद प्रभेद" में
पता चला सबको लिखता कमाल का है
जो देता अवसर हर किसी को
समझो भेद प्रभेद की दिल्लगी को
वो ढूंढता अब खिताब के हकदारों को
आओ सामने समझो अपने नसीब को
वो चारदीवारी में बंद होकर लिखता
दिए तले रोशनी में हाल दिल का
अब अवसर देता भेद प्रभेद भाई मेरे
बाटो अपनी रचना आप बीत का
हम सभी को तुमको सुनना है
परिचय दो दुनिया को जो तुमने बूना है
आओ बुलाता मंच तुमको आओ
मिलना होगा भेद प्रभेद ने तुम्हे चुना है
क्यों बर्बाद करेगो इन्हें तख्ते पे
गुनगुनाओ इसे रब के सजदे पे
वो गैर था जो इन पन्नो से चला गया
तेरा ख्याल लिया भेद प्रभेद अपने पे
कुछ पन्नो पे लगे थे सुखी श्याही
लगता सबको बेमतलब का है
जब खुला पन्ना "भेद प्रभेद" में
पता चला सबको लिखता कमाल का है
©😶ViKkY KumAr🤔😇