हैं चुनौतियां हजार फिर भी तुम्हें चलना होगा गिरकर | हिंदी शायरी
"हैं चुनौतियां हजार फिर भी तुम्हें चलना होगा
गिरकर उठना और उठकर संभलना होगा
है अगर मन में कुछ पानें की चाहत
तो सूरज की तरह ही हर हाल में जलना होगा
writer rk.."
हैं चुनौतियां हजार फिर भी तुम्हें चलना होगा
गिरकर उठना और उठकर संभलना होगा
है अगर मन में कुछ पानें की चाहत
तो सूरज की तरह ही हर हाल में जलना होगा
writer rk..