" सूरज डूब गया , परिंदे भी लौट आए। चलो अब घर चलें , तुम्हे किसका इंतज़ार है । गुजर रहा वक्त यूंही , उम्र -ए - दराज़ नही है हम , चलो कोई हमनफस चुनें, तुम्हे किसका इंतज़ार है " ©- Nitin Shandilya #MereKhayaal Quotes, Shayari, Story, Poem, Jokes, Memes On Nojoto