पापा के बारे में लिखूं क्या ?
जिन्होंने खुद मुझे लिखा है !
जिनकी ऊंगली पकड़ कर मैंने चालना सीखा है ,
उन्होंने ही तो जिंदगी जीने का तरीका और लहजा बताया है
डांट डपट और प्यार से तो कभी कभी मार से समझाया है
उन्होंने ही तो मुझे आज इस काबिल बनाया है
अब आज जो भी हूं जैसा भी हूं
अपने पापा लाडला बेटा ही हूं
©Ek Chuski Chay Ki
#FathersDay