"दुःख कोई भी हो,
दर्द देता ज़रूर है
हाथ तेरा हो अगर मेरे हाथ में,
तो सुकून मिलता ज़रूर है
हर तकलीफ और परेशानी में
हर तकलीफ और परेशानी में
मेरे अश्क के आँसु पोछने,
मेरा दोस्त आता ज़रुर है"
दुःख कोई भी हो,
दर्द देता ज़रूर है
हाथ तेरा हो अगर मेरे हाथ में,
तो सुकून मिलता ज़रूर है
हर तकलीफ और परेशानी में
हर तकलीफ और परेशानी में
मेरे अश्क के आँसु पोछने,
मेरा दोस्त आता ज़रुर है