संपर्क टूटा हैं मगर, जमीर जिंदा रख कबीर जिंदा रख | हिंदी शायरी
"संपर्क टूटा हैं मगर, जमीर जिंदा रख
कबीर जिंदा रख
सुल्तान भी बन जा
दिल में फकीर जिंदा रख
हौसलों के तरकश में
कौशिशो के तीर जिंदा रख
हार फिर भी सब कुछ
जीतने की उम्मीद जिन्दा।"
संपर्क टूटा हैं मगर, जमीर जिंदा रख
कबीर जिंदा रख
सुल्तान भी बन जा
दिल में फकीर जिंदा रख
हौसलों के तरकश में
कौशिशो के तीर जिंदा रख
हार फिर भी सब कुछ
जीतने की उम्मीद जिन्दा।