हमसफर ऐसा होना चाहिए जो मुझे, मैं जैसी हूं वैसे ही अपनाएं। ना मुझे रंग रूप से तोले ना मुझे किसी और के साथ तोलें हमसफर ऐसा होना चाहिए। जो मुझे मेरी कमियों और खूबियों के साथ पहचान करें कमियों और खूबियों के साथ तोले नहीं हमसफ़र ऐसा होना चाहिए। जो मेरी बिन बोले मेरी खामोशी को पढ़ जाए मेरी आवाज से मुझे पहचान ले हमसफ़र ऐसा होना चाहिए। जो तुम्हारी खुशियों में तो साथ दे ,पर तुम्हरे दुख मेरे साथ खड़े रहे, जो खुशियों के साथ तुम्हारी दर्द को भी समझे, जो तुम्हारी खुशी में तुम्हारे साथ हंस ले, पर तुम्हारे गमों में हमदर्द बन तुम्हारे साथ रो सके, हमसफर ऐसा होना चाहिए। छत करें तुम्हारी गलतियों पर समझाएं डांटे नहीं जो हमेशा तुम्हारे साथ वफादार रहे हमसफर ऐसा होना चाहिए। जो बीच हुए भी तुम्हें प्यार करें जुदा रह कर भी तुमसे तुम्हारा साथ दे हर रोज जो तुम्हें ही चुने, हमसफर ऐसा होना चाहिए। मोहब्बत करे तुमसे पर चिल्ला चिल्ला कर बोले नहीं, जो तुम्हें तुम से बेहतर बनाए जिससे तुम्हारी सोच मिलती हो हमसफर ऐसा होना चाहिए। जिसे हम बिन डरे अपने दिल का हर बात बेझिझक बोल दे जिसका होने का एक अलग सा एहसास हो हमसफर ऐसा होना चाहिए। जो तुम्हें तुमसे बेहतर समझे जो तुम्हें एहसास दिलाएं कि जीवन के हर मोड़ पर वह साथ खड़ा है, जो तुम्हारा साथ कभी ना छोड़े , हमसफर ऐसा होना चाहिए। जिसके होने से तुम्हारी चेहरे पर अलग सा चमक हो,जो तुम्हें बिन छुए तुम्हारी रूह को छुआ हो, जिसके बाद और कोई अच्छा लगे ही ना, जिंदगी में हमसफर ऐसा होना चाहिए।
©Komal kumari
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