सभी किरदारों को बखूबी जी रहा हूं
लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
लड़के रोते नही ये बचपन से सुन रहा हूं
लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
सब कहते है, लड़के हो.. कुछ भी कर सकते हो
कोई तो बताओ हमें तुम भी रो सकते हो।
कहते है पत्नी आने पर हम बदल जाते है
कैसे बताऊं मां और पत्नी में हम पिस जाते है।
जिम्मेदारियों का बोझ जीवन भर मैं ढो सकता हूं
पर क्या खुशी के दो पल मैं भी जी सकता हूं।
तुम्हारा जीवन कितना अच्छा है कह रहे हो
एक दिन जी कर देखो
कितना सच्चा तुम कह रहे हो
सभी का गुस्सा, ताना सुनकर चुप चाप जी रहा हूं
लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं।
सभी किरदारों को बखूबी जी रहा हूं
लड़का हूं जनाब हँस के जी रहा हूं
©Sheetal
#boyslife #boysfeeling #boysadstory